ब्रज के पर्वतों को बचाने के आंदोलन में महिलाएं भी पीछे नहीं; पसोपा गांव की महिलाएं बैठी क्रमिक अनशन पर

आंदोलन के प्रतिनिधि मंडल ने किया प्रदेश भर के संतो से संपर्क; सभी संतो ने ब्रज के पर्वतों का संरक्षण अति आवश्यक बताया

आज आदिबद्री कनकाचल पर्वत को खनन मुक्त कराने के लिए जारी धरने के 214 दिन धरना स्थल पर ग्रामीणों ने इस मुहिम को ब्रज की सच्ची सेवा का दर्जा देते हुए अपनी संपूर्ण सहभागिता प्रदर्शित करी। इसी क्रम में आज पसोपा गांव की महिलाएं विरमा देवी, शांति देवी, वेदों देवी एवं फूलवती क्रमिक अनशन पर बैठी । साथ ही उन्होंने यह संदेश दिया की ब्रज की महिलाएं भी ब्रज के पर्वतों की सुरक्षा के इस आंदोलन में पीछे नहीं है व हर संघर्ष में वे साधु संतों व आंदोनकारियों के साथ है।

वही आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल महन्त शिवरामदास दास के नेतृत्व में ब्रज क्षेत्र व प्रदेश भर के प्रमुख साधु-संतों से मिलने के लिए निकला व कई साधु संतों से आंदोलन को लेकर संपर्क किया, जिनमें प्रमुख रूप से जोधपुर के संत रामप्रसाद महाराज ,सुरसागर,रामद्वारा आश्रम,सैनाचार्य स्वामी अचलानँदगिरी महाराज पीठाश्रव सैन भक्ति पीठ जोधपुर, जयपुर के बालगोपाल दास महाराज, अवधेशानंद महाराज, सियाराम दास महाराज, वृंदावन के महामंडलेश्वर चितप्रकाशानंद, नवल गिरी, आदित्यनाथ महाराज, हरि बोल बाबा, रामेश्वर दास, भुवनेश्वर दास, बृज बिहारी महाराज, कमलदास महाराज, निंबार्कआचार्य श्रीजी महाराज, रामदेवास्वरूप महाराज, रामानंद जी महाराज रामस्वरूपानंद महाराज रहे । सभी संतो ने ब्रज के दोनों पर्वत आदिबद्री व कनकाचल को संरक्षित करना अत्यंत आवश्यक बताया साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए एवं साधु संतों व करोड़ों कृष्ण भक्तों की भावना को देखते हुए अविलंब ब्रज के दोनों प्रमुख पर्वतों को खनन मुक्त कर संरक्षित करें । इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में महंत शिवरामदास के आलवा, भूरा बाबा, हरिबोल दास बाबा, मुकेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।

इधर आज बरसाना में मान मंदिर के ब्रजदास के नेतृत्व में सैकड़ों गौ रक्षकों ने आंदोलन की सक्रिय सदस्यता ग्रहण करी एवं ब्रज के गोचर पर्वतों की रक्षा के लिए अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता प्रदर्शित करी एवं हर संघर्ष के लिए पूर्णतः तत्तपर रहने की बात कही । इस अवसर पर संत सर्वेश्वर दास, मोहित चौधरी, किशन, बब्ब्लू सिंह, राकेश, अधिवक्ता विश्वेन्द्र, भरत, सीताराम भगत आदि प्रमुख रूप से उपस्थिति रहे ।
वही आज सक्रिय सदस्यता अभियान ने ब्रज क्षेत्र के उँच्चागांव, सुनहरा, पलसों, नीमगांव, मानपुर, गाजीपुर आदि गावों में सभाएं कर 400 से अधिक सक्रिय सदस्य आंदोलन से जुड़े एवं इन इनको ग्राम सचिव बनाया गया।