आंदोलनकारियों ने पुनः बनाना प्रारंभ करी आमरण अनशन पर बैठने वालों की सूची

ब्रज की प्रकृति का नाश करने वाले हिरण्यकशिपु और सच्चे ब्रजवासियों का जनसमूह साक्षात भगवान नरसिंह है – साध्वी गौरी

धरना स्थल पर कल संपन्न होगा गौ रक्षा सम्मेलन; ब्रज प्रांत के विशिष्ट गौ रक्षक और गौशाला संचालक होंगे सम्मिलित; नगर विधायक वाजिब अली करेंगे अध्यक्षता

आज आदिबद्री व कनकाचल पर्वत पर हो रहे विनाशकारी खनन के 230 वे दिन आंदोलनकारियों ने पुनः आमरण अनशन पर बैठने वाले साधुओं और आंदोनकारियों की सूची को तैयार करना प्रारंभ किया। धरना स्थल पर संपन्न हो रही कथा के तीसरे दिन प्रहलाद चरित्र के बारे में बताते हुए साध्वी गौरी ने कहा कि प्रहलाद जैसी निष्ठा हर ब्रजवासी में होनी चाहिए जिससे हरिण्यकश्यपु रूपी खनन माफिया आदि आसुरी लोगों के द्वारा ब्रजभूमि, ब्रज के पर्यावरण व ब्रज के पर्वतों का नाश किया जा रहा है उससे विशाल ब्रजवासियों का जनसमूह रूपी नरसिंह अवतार अवश्य रक्षा कर उक्त पर्वतों का संरक्षण करेगा एवं हम सबको विशाल जनसमुदाय के रूप में ऐसे नरसिंह अवतार के आह्वान के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए । कथा प्रसंग से प्रेरित होकर साधु नारायण बाबा ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि अब आचार संहिता का समय समाप्त होने वाला है हम सब सरकार के वादा अनुसार निर्णायक बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन साथ ही हमें अपने आगे की रणनीति पर काम करते हुए आमरण अनशन की सूची तैयार करने का कार्य प्रारंभ कर देना चाहिए। इस पर आंदोनकारियों ने सभा में उपस्थित, कृष्ण भक्तों, वैष्णव व साधु संतों से आमरण अनशन हेतु अपने नाम प्रस्तावित करने के लिए कहा और साथ ही स्पष्ट संकेत दिए कि सूची को अंतिम रूप देकर व एक तिथि तय कर प्रशासन व सरकार को आमरण अनशन के बारे में शीघ्र ही अवगत करा दिया जाएगा । वहीं साध्वी मधुबनी ने ध्रुव चरित्र के बारे में बताते हुए कहा कि जब एक 5 वर्षीय बालक अपनी कठोर तपस्या के बल पर समूची सृष्टि को हिला सकता है तो आप सब तो सच्चे ब्रजवासी हैं, आपकी सम्मिलित संगठीत शक्तिके आगे बड़ी बड़ी सत्ताएं हैं नतमस्तक हो सकती है।

इधर आज आंदोलनकारियों ने कल संपन्न होने वाले गौ रक्षा सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया । इस सम्मेलन के समन्वयक संत ब्रजदास ने बताया इस सम्मेलन में ब्रज प्रांत के 200 से अधिक गौ रक्षक और गौशाला संचालक उपस्थित होंगे व साथ ही कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, सैकड़ों ब्रजवासी,साधु संत एवं ग्राम वासियों के आने की संभावना है । उन्हें यह भी बताया कि सम्मेलन की अध्यक्षता नगर के विधायक वाजिब अली करेंगे एवं इस सम्मेलन में गौरक्षण एवं संवर्धन हेतु अति महत्वपूर्ण चर्चा कर किस प्रकार ब्रज के पर्वतों की रक्षा के लिए किया जा रहा वर्तमान आंदोलन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, इस पर भी गंभीर चर्चा की जाएगी ।

इधर आंदोलन की सक्रिय सदस्यता अभियान के तहत सक्रिय सदस्यों की संख्या 12000 के पार हो गई । सक्रिय सदस्यता अभियान के संयोजक ब्रजकिशोर बाबा ने बताया कि वर्तमान में 80 से अधिक गांवों में आंदोलन के सक्रिय सदस्य बनाए जा चुके हैं एवं यह सदस्य वह है जो ब्रजभूमि ब्रज की संस्कृति एवं ब्रज की पौराणिक संपदा के संरक्षण के लिए हर संभव संघर्ष हेतु संकल्पित हैं। उन्होंने बताया कि आज ही उदयपुरी, बरौली धाऊ, धोरोली, परमदरा, अलीपुर, काहरिका आदि गांवों में 800 से अधिक सक्रिय सदस्य बनाए गए। भूरी सिंह, गिरधर सिंह, सीताराम, राजेन्द्र चौधरी आदि को ग्राम सचिव नियुक्त किया गया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आगामी 6 सितंबर को संपन्न होने वाले सक्रिय कार्यकर्ता सम्मेलन की तैयारियां भी जोरों पर है एवं इस सम्मेलन में 1000 से अधिक प्रमुख कार्यकर्ताओं की आने की उम्मीद है ।

धरना स्थल पर ब्रज के दोनों महत्वपूर्ण पर्वतों को खनन मुक्त कराने की मांग को लेकर 24 वे दिन भी क्रमिक अनशन जारी रहा । आज गोपाल बाबा, विनीत दास बाबा, नारायण चैतन्य बाबा, हनुमान बाबा व नितिन बाबा क्रमिक अनशन पर बैठे ।आयोजित कथा की समाप्ति पर महंत शिवराम दास एवं हरि बोल बाबा द्वारा भगवान आदिबद्रीनाथ एवं ब्रज के दोनों दिव्य पर्वत कनकाचल व बद्रीनाथ की महाआरती की गई साथ ही सभी ने श्रीमद्भागवत के समक्ष ब्रज के पर्वतों रक्षा के लिए अपना सर्वस्व दान कर देने की प्रतिज्ञा ली। इस अवसर पर सैकड़ों ग्राम वासियों साधुओं के अलावा साध्वी तुंगविद्या, साध्वी दया, साध्वी प्रतीक्षा, भूरा बाबा, विजय बाबा, गोपाल बाबा, चन्नी भगत, कृष्ण हरि बाबा, मुकेश शर्मा, सरपंच सुल्तान सिंह आदि उपस्थित रहे।